सिनियर सिटीजन की प्रॉपर्टी को झटका। सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला।
सीनियर सिटीजन की अपने बच्चो को प्रॉपर्टी देने से पहले की गई एक छोटी सी गलती और उनको भी रेमंड वाले काका की तरह पश्ताना पड़ेगा जी हा दोस्तो सही सुना आपने दोस्तो तो आज हम जानेंगे की सीनियर सिटीजन कोनसी एक छोटी सी गलती कर देते है जिसके कारण उनको बुडापे में पश्तना पड़ सकता तो दोस्तो हमारे देश के कानून ने सीनियर सिटीजन को बहुत सारे अधिकार दिए है उसमे से 1 अधिकार ये भी है की जब भी सीनियर सिटीजन अपनी प्रॉपर्टी को अपने बच्चो में बाटते है तो उनके बच्चे अगर प्रॉपर्टी मिलने के बाद पलट जाते है उनका ध्यान नहीं रखते उनके साथ बदसलुखी करते है और उनको परेशान करते है या उनको किसी भी सुख सुविधाएं नहीं देते तो उनके पास ये अधिकार है की वो अपनी प्रॉपर्टी को वापस ले सकते है इन अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए सीनियर सिटीजन वेलफेयर एक्ट बनाया गया है इस कानून के अनुसार अगर बच्चे प्रॉपर्टी के मिलने के बाद अपने मां बाप का ध्यान नहीं रखते तो मां बाप को प्रॉपर्टी वापस लेने का अधिकार दिया गया है तो इसी बात की ओर हमारे सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस कानून के ऊपर एक आदेश पारित किया जिसमे सीनियर सिटीजनs के द्वारा की गई गलती के कारण उनको प्रॉपर्टी से हाथ धोना पड़ा तो दोस्तो क्या है वो गलती उसके बारे में बात करते है तो दोस्तो जब कभी भी सीनियर सिटीजन अपनी प्रॉपर्टी को बच्चो में बाटते है तो उनको इस बात का ध्यान जरूर रखना है की वो जिस भी डॉक्युमेंट्स से अपने बच्चो को प्रॉपर्टी दे रहे हो तो उनको वो document register कराने से पहले उसमे इस बात का जिक्र जरूर हो की अगर मेरे बच्चे मेरे पालन पोषण और जरूरत की चीजों की मांग पूरी नहीं करते तो उनसे प्रॉपर्टी वापस लेने का अधिकार मुझे होगा क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस जजमेंट में एक बुजुर्ग व्यक्ति के एगेट्स में ऐसा फैसला सुनाया की उन्होंने अपने रिलीज deed में यह मेंशन नही किया था की उनका पालन पोषण न होने पर वो अपनी प्रॉपर्टी वापस ले सकते है तो सुप्रीम कोर्ट ने उनके विरुद्ध आदेश पारित कर उनको झटका दिया तो ऐसे में सीनियर सिटीजन से अनुरोध है की बच्चो को प्रॉपर्टी देने से पहले उसमे प्रॉपर्टी वापस लेने की कंडीशन को जरूर मेंशन करे ।