HIT AND RUN LAW IN INDIA // what is the new law for drivers
ड्राइवर्स के लिए नया कानून ।कानून या बवाल
what is the new law for drivers
ऐसा क्या है नए कानून में जिसके वजह से हमारे देश के बहुत सारे राज्यो के ट्रक ड्राइवरों में आक्रोश है और क्या सच में hit and run केसेज में 100000 लाख तक के जुर्माने तक का प्रावधान है तो दोस्तो आज के इस लेख में मैं आपको बताऊंगा की सरकार के द्वारा भारतीय न्याय संहिता में hit and run से रिलेटेड ऐसा कोनसा कानून पास किया गया है जिसका बहुत जोरो से विरोध चल रहा है और अभी present के रीसेंट समय में ऐसे केसेज होने पर क्या प्रावधान है तो दोस्तो बिना समय गवाए शुरू करते है आज की इस लेख को तो दोस्तो अभी आईपीसी के अनुसार किसी व्यक्ति से अगर एक्सीडेंट होता है और उस एक्सीडेंट में सामने वाला व्यक्ति अगर मर जाता था तो उसपर आईपीसी की 279,338 के साथ साथ आईपीसी की धारा 304a लगती थी तो सबसे पहले जानते है की धारा 304a क्या कहती है उसके बारे में पहले समझ लेते है तो दोस्तो 304a के अनुसार जब कोई व्यक्ति कोई भी ऐसा कार्य करता है जिससे उसकी लापरवाही से जो की culpable homicide की श्रेणी में नहीं आता और उसके उस लापरवाही वाले कृत्य से अगर सामने वाला मर जाता है तो उसे इस धारा के अंतर्गत अगर दोषी पाए जाने पर 2 साल तक के कारावास और दंड से दंडित किया जा सकता था या फिर फाइन दिया जाता था या फिर दोनो से भी दंडित किया जा सकता था तो दोस्तो इस प्रकार अभी के कानून में अगर किसी वाहन चालक के लापरवाही के कारण अगर कोई मर जाता है तो उसको 2 साल तक के कारावास या जुर्माने तक का प्रावधान है । अब आगे बड़ते है और बात करते है की नए कानून में ऐसा क्या है तो दोस्तो भारतीय न्याय संहिता लागू होने के बाद अगर किसी व्यक्ति के द्वारा एक्सीडेंट में कोई व्यक्ति अगर मर जाता है तो उसके ऊपर धारा 106 के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। और आपको बता du की धारा 106 को दो भागो में बता गया है तो सबसे पहले जानते है सेक्शन 106(1)के बारे में तो धारा 106 (1)के अनुसार कोई भी व्यक्ति अगर ऐसा कार्य करता है जिससे उसकी लापरवाही से जो की culpable homicide ki श्रेणी में नहीं आता और सामने वाला व्यक्ति मर जाता है तो उसके इस लापरवाही वाले कृत्य के लिए दोषी पाए जाने पर 5 वर्ष तक के कारावास की सजा दी जाएगी। और फाइन भी देना पड़ सकता है और इसके बाद अगर बात करे धारा 106 के २ पार्ट की तो दोस्तो धारा १०६ का यही सब सेक्शन दोस्तो ड्राइवरों के लिए चिंता का विषय बन गया है तो जानते है क्या है इस सबसेक्शन में तो दोस्तो सेक्शन १०६ के इस सबसेक्शन में यह बताया गया है की जब कभी भी किसी व्यक्ति के द्वारा ऐसा कोई लापरवाही से गाड़ी चलाकर एक्सीडेंट होता है और वो इंसीडेंट होने के तुरंत बाद मजिस्ट्रेट अथवा पुलिस को सूचना नही देता और वहा से भाग जाता है तो उसे इस धारा के अंतर्गत दोषी पाए जाने पर १० वर्ष तक के कारावास और उसे फाइन भी दिया जा सकता है लेकिन दोस्तो आज कल यह अफवाह फैलाई जा रही है की १०००००० का फाइन है तो वो झूठ है ऐसा कोई भी प्रावधान भारतीय न्याय संहिता में नहीं है किसी भी अमाउंट का जिक्र भारतीय न्याय संहिता में नहीं है तो दोस्तो सरकार के अनुसार बड़ते हुए एक्सीडेंट के मामलो को रोकने के लिए और एक्सीडेंट करके भाग जाने वालो के लिए है जो उस व्यक्ति को गंभीर हालात में छोड़कर भाग जाते है वही दूसरी ओर ड्राइवरस का कहना है की कभी कभी किसी कोहरे की वजह से अथवा कोई अन्य कारणवश न चाहते हुए भी एक्सीडेंट हो जाते है ऐसे में स्थानिक लोगो के गुस्से से बचने के लिए उन्हें कभी कभी भागना पड़ता है नही तो उनकी जान पर भी बन सकती है तो दोस्तो भारतीय न्याय संहिता बाकी दो बिलों के साथ पास तो हो गई है लेकिन देखते है अभी सरकार के द्वारा इन्हे कब लागू किया जाएगा या इनमे कुछ अमेंडमेंट करके लागू किया जाएगा तो दोस्तो आप इस विषय पर अपनी राय जरूर दे की सरकार का यह hit and run wala नया स्ट्रिक्ट कानून सही है या गलत तो दोस्तो इसी के साथ आज का हमारा यह टॉपिक यही खतम होता है ।